हर साल Engineering Day Special के अवसर पर हम उन इंजीनियर्स को याद करते हैं
जिन्होंने दुनिया को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत, एक विकासशील देश होने के बावजूद,
कई ऐसे महान इंजीनियर्स का घर रहा है, जिन्होंने न केवल देश की प्रगति में योगदान दिया बल्कि वैश्विक
स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी। आइए जानते हैं उन भारतीय इंजीनियर्स के बारे में,
जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से दुनिया में एक अलग पहचान बनाई।
Engineering Day Special: मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया
भारत में इंजीनियरिंग दिवस Special मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर मनाया जाता है,
जिन्हें भारतीय इंजीनियरिंग का स्तंभ माना जाता है। वह भारत के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियर्स में से एक थे,
जिन्होंने कावेरी नदी पर बांध और कृष्णराज सागर जलाशय का निर्माण किया।
उनकी योजनाएं और विचार आज भी भारतीय सिंचाई प्रणाली के लिए एक मिसाल हैं।
उन्हें 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, जो उनके अतुलनीय योगदान का प्रमाण है।
सतीश धवन: अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की पहचान
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख सतीश धवन का योगदान भारतीय अंतरिक्ष
विज्ञान के क्षेत्र में अविस्मरणीय है। Engineering Day Special के अवसर पर,
उनकी उपलब्धियों को याद करना बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत के पहले उपग्रह प्रक्षेपण
यान SLV-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिसने भारत को अंतरिक्ष अनुसंधान में अग्रणी बनाया।
आज ISRO की सफलताएं सतीश धवन की नींव पर ही टिकी हैं।
Engineering Day Special: ए. पी. जे. अब्दुल कलाम
डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम, जिन्हें ‘मिसाइल मैन’ कहा जाता है,
का नाम Engineering Day Special के मौके पर विशेष रूप से लिया जाता है।
उन्होंने भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में मिसाइल प्रौद्योगिकी के
विकास में अग्रणी भूमिका निभाई। कलाम साहब का सपना था कि भारत एक विकसित राष्ट्र बने,
और उनके प्रयासों ने भारत को उस दिशा में एक बड़ा कदम उठाने में मदद की।
नारायण मूर्ति: भारतीय आईटी क्षेत्र के अग्रदूत
Engineering Day Special के तहत, हम नारायण मूर्ति को भी शामिल करते हैं,
जो भारतीय आईटी उद्योग के सबसे महत्वपूर्ण नामों में से एक हैं।
उन्होंने इंफोसिस की स्थापना की और भारतीय सॉफ्टवेयर और आईटी क्षेत्र को विश्वभर में पहचान दिलाई।
उनकी कंपनी ने भारत को एक वैश्विक आईटी हब में तब्दील करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मूर्ति का योगदान युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना हुआ है।
ई. श्रीधरन: भारत के ‘मेट्रो मैन
ब हम Engineering Day Special की बात करते हैं, तो ई. श्रीधरन का नाम भी प्रमुखता से आता है।
उन्होंने दिल्ली मेट्रो और कोलकाता मेट्रो जैसी विशाल परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया।
उनके मार्गदर्शन में भारत में मेट्रो प्रणाली ने एक नया आयाम प्राप्त किया। उन्हें भारत का ‘मेट्रो मैन’ कहा जाता है,
और उनका नाम भारत के सबसे उत्कृष्ट इंजीनियर्स में गिना जाता है।
निष्कर्ष
Engineering Day Special पर हमें इन महान भारतीय इंजीनियर्स के योगदान को याद करते हुए उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
उनकी मेहनत, दृढ़ संकल्प और नवाचार ने न केवल भारत को बल्कि पूरे विश्व को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
इस दिन का महत्व केवल इंजीनियरिंग की उपलब्धियों का जश्न मनाने में नहीं है, बल्कि यह प्रेरणा लेने का भी है
कि कैसे हम सभी अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
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