भारत में हाल ही में एक नया खतरा सामने आया है। Mpox Clade 1b का पहला मामला केरल
राज्य में पाया गया है, जो इस समय विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चिंता का विषय है।
इस संक्रमण ने सार्वजनिक स्वास्थ्य में उथल-पुथल मचाई है, और यह
मामला WHO द्वारा घोषित की गई वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के तहत आता है।
Mpox Clade 1b: क्या है और यह कैसे फैलता है?
Mpox, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक संक्रामक वायरस है
जो जानवरों से इंसानों में और इंसान से इंसान में फैलता है। यह वायरस मुख्य रूप से
त्वचा के संपर्क, यौन संबंध, और सांस से फैलता है। क्लेड 1b वेरिएंट,
जो हाल ही में अफ्रीका में फैला है, अत्यधिक संक्रामक माना जा रहा है।
Mpox का इतिहास और इसके पुराने रूप
Mpox का पुराना रूप, जिसे Clade 2 कहा जाता है, पहले से ही दुनिया के कई हिस्सों में फैला हुआ था।
यह वायरस पहले अफ्रीकी देशों तक सीमित था, लेकिन अब इसके नए और खतरनाक
वेरिएंट Clade 1b ने दुनिया के अन्य हिस्सों में भी संक्रमण की स्थिति पैदा कर दी है।
Clade 1b पुराने वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक और तेजी से फैलने वाला माना जा रहा है।
भारत में Mpox Clade 1b का पहला मामला
भारत में पहला Mpox Clade 1b का मामला केरल के मालाप्पुरम जिले में सामने आया है।
संक्रमित व्यक्ति हाल ही में दुबई से लौटा था, और उसकी उम्र 38 वर्ष है।
केरल सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और
तत्काल जांच के आदेश दिए गए हैं।
WHO की रिपोर्ट्स के अनुसार, Clade 1b वेरिएंट अब तक कई देशों में फैल चुका है,
जिसमें स्वीडन, थाईलैंड और पाकिस्तान शामिल हैं। भारत में इस नए वेरिएंट का सामने
आना चिंताजनक है क्योंकि यह पुरानी Clade 2 स्ट्रेन से ज्यादा संक्रामक है।
केरल में मरीज की स्थिति और सरकार की प्रतिक्रिया
संक्रमित व्यक्ति को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसके संपर्क में आए सभी व्यक्तियों
की जांच की जा रही है। कुल मिलाकर, लगभग 66 लोग जिनमें परिवार के सदस्य और फ्लाइट के
अन्य यात्री शामिल हैं, निगरानी में हैं। अब तक किसी और में कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं,
लेकिन अधिकारियों ने कड़ी नजर रखी है।
Mpox Clade 1b से बचाव और इलाज के उपाय
इस वेरिएंट से बचने के लिए सरकार ने कड़े दिशानिर्देश जारी किए हैं।
सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में सभी राज्यों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
35 से अधिक लैब्स को Mpox की जांच के लिए नियुक्त किया गया है।
इस वायरस से बचाव के लिए हाथों की सफाई, मास्क पहनना,
और संक्रमित लोगों से दूरी बनाना जरूरी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि Mpox से बचने के लिए जल्द से जल्द इलाज जरूरी है।
लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सूजन, और त्वचा पर घाव शामिल हैं।
यदि समय पर इसका इलाज नहीं किया गया, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
भारत में Mpox Clade 1b के पहले मामले ने स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रखा है।
WHO की चेतावनी और इस नए स्ट्रेन की संक्रामकता को ध्यान में रखते हुए,
यह समय है जब हमें सतर्क रहना चाहिए। मास्क, स्वच्छता, और सामाजिक
दूरी बनाए रखना इस वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है।
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